पूजा पाठ बंद कर दोस्त, दुआ क़बूल हो गयी
अरुण जेमिनी जी के दोस्त ने एक तोती पाला , जिसे तीन दिन के लिए कहीं बाहर जाना था ।
अरुण जेमिनी जी के दोस्त ने एक तोती पाला , तीन दिन के लिए उसे कहीं बाहर जाना था,
दोस्त:- अरे यार क्या करूँ, कैसे जाऊँ इसे कौन दाना पानी देगा, बड़ा चिंतित हूँ ।
अरुण:- मेरे घर छोड़ जा, मेरे दो तोते हैं, उन्हें दाना पानी देता हूँ, इसे भी दे दूँगा ।
दोस्त:- ना भई तेरे दो तोते के बीच अपनी तोती नहीं छोड़ूँगा, बिलकुल नहीं ।
अरुण:- नहीं यार मेरे तोते बड़े धार्मिक हैं तू ख़ुद देख ले आ के ।
दोस्त घर आकर देखा तो एक तोता गीता का श्लोक पढ़ रहा है, दूसरा क़ुरान की आयतें पढ़ रहा है । दोस्त सोचा ये तो ठीक-ठाक़ है यार, कोई ख़तरा नहीं है, और फिर अपनी तोती पिजड़ें में छोड़ दी ।
जैसे ही तोती पिंजरे में गयी, तो पहले तोते ने दूसरे को कोहनी मारी बोला अरे पूजा पाठ बंद कर दोस्त, दुआ क़बूल हो गयी